मेरे भाई संविधान में Article 21 किसी को भी ( Min. Age 18) होटल में रुकने का अधिकार देता है।।। अगर लड़की की उम्र 18 से कम है तब आपकी गिरफ्तारी हो सकती है। क्योंकि नाबालिक लड़की की मर्जी से बनाया गया संबंध भी बलात्कार की श्रेणी में आता है। होटल एक प्राइवेट स्थान है। ना कि सार्वजनिक.....।।।
पुलिस वालों की औकात संविधान से बढ़कर नही है।। देश संविधान से चलता है। पुलिस की मर्जी से नही।
अगर पुलिस आ भी जाये तो डरना नही है। हमे निडर रहना है। पुलिस वाले आपको ब्लैकमेल कर सकते है। और अगर पुलिस वाले डराए या घरवालो के नंबर मांगे। तो उनको बोलना है। आपके पास कोई अथॉरिटी लेटर है क्या जिसमे लिखा हो घरवालो के नंबर देने है। ऐसा पुलिस वालों को बोलना है। और उनको बोलो भाई जहां ले चलना है ले चल। ऐसा न हो कही तेरे खिलाफ ही मुकदमा बन जाये।।हम दोनों बालिग है। और आर्टिकल 21 पढ़ा है या नही। ट्रेनिंग में जब ipc Crpc पढ़ाई थी तब सारे आर्टिकल पढ़ाये होंगे। You are Harrasing both of us. साथ वाली लड़की भी थोड़ी दबंग होनी चाहिए। और अगर पुलिस वाले आपको परेशान करते है तो संबंधित अफसर की उस जिले के SP से तुरंत लिखित में शिकायत दर्ज कराए। त्वरित कार्यवाही में परेशान करने वाले अफसर अपनी नौकरी से निलंबित किये जा सकते है। और जिस भी जिले में आप है वहा के SP के नंबर गूगल से निकल सकते है। या फिर कंट्रोल रूम 100 नंबर पर फ़ोन करके उस जिले के SP का मोबाइल नंबर ले सकते है। 24 घंटे फ़ोन उठता है SP साहब का!!! फिर पुलिस वाले कुछ नही बिगाड़ पाएंगे।।भारतीय संविधान के अनुसार पुलिस वाला 365 दिन 24 घंटे डयूटी पर रहता है। कोई पुलिस वाला कभी ये नही बोल सकता कि मैं छुट्टी पर हुँ।।
पुलिस वाले सबसे पहले आपका डर देखते है। चेहरे पर होने वाली घबराहट देखते है। आप कोई क्रिमिनल थोड़े ही हो। रेपिस्ट थोड़े ही हो। वेश्यावृति थोड़े ही चल रही है। किस आधार पर वो आपको गुनहगार ठहरा सकते है। आप अपना मोबाइल का कैमेरा ऑन कर लो। कैमरे के सामने ही सारी पूछताछ होने दो। आप अपनी फ्रेंड को बोलो कैमरे में रिकॉर्डिंग करने को। जब पुलिस वाले आये तो। आप लोग अगर सहमति से कही भी ठहरे हो पुलिस क्या सुप्रीम कोर्ट का जज भी कुछ नही कर सकता।। सुप्रीम कोर्ट ने तो यहां तक बोल दिया है। शादीशुदा महिला के साथ भी संबंध अपराध नही। पुलिस वालों की क्या मजाल। देश नियमो और संविधान संहिता से चलता है।। पुलिस वालों की मनमानी से नही।।। वर्दी उतरते 2 Miniute लगती है। अगर पुलिस भी संविधान के विरूद्ध गयी तो। चाहे वो SP हो या किसी भी रैंक का अधिकारी। ससपेंड होते देर नही लगती।।। सब जनता के नौकर है। और हा पुलिस वाले ऐसे मारते नही है। रिकॉर्डिंग चालू रखो। कुछ भी नही करेंगे। आपसे संतुष्ट होते ही वहां से चले जायेंगे।
जांच करना पुलिस वालों की ड्यूटी है। दस तरह की चीज़ें होती है। पुलिस मुख्य रूप से दो अवस्था मे छापामारी करती है। एक तो ये की कही वेश्यावृति तो नही चल रही और दूसरी कोई क्रिमिनल तो नही छुपा हुआ। पुलिस वालों को ये दो टिप मिली हुई होती है।। आपके साथ रुकी लड़की घर से भागी तो नही है। अपहरण करके तो नही लायी गयी है। वेश्यावृत्ति के लिए तो नही ले के जा रही।
आपके साथ रुकी लड़की बोल दे कि मैं अपनी मर्जी से रुकी हूँ आपको कुछ प्रॉब्लम है क्या?? ऐसा पुलिस वालों को बोल दे।। सब बातों से संतुष्टि होने के बाद वो चले जाते है। ध्यान रखो आर्टिकल 19 से 22 आपके अधिकार है। गूगल पर पढ़ लेना।। समझ आ जायेगा। लोगो को मालूम हो उनके अधिकार और उस समय कैसे परिस्थिति को समझना है। इसलिए इतना Matter लिखा।
Thanks to all. Thats All
जय हिंद
Ak Creation
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